उजड़े लोगों में इक उम्मीद जगाई जाए रंजिश जो भी हो दिल में वो भुलाई जाए तेरी मेरी नही ये दिल्ली तो हम सबकी है आओ मिल करके दिल्ली फिर से सजाई जाए।। #दिल्लीहिंसा