शायर का यूं हमें खिताब ना दो जान हो तुम मेरी अपने बदले का यूं हिसाब न दो रहते हैं अक्सर हम खोए तेरी यादों में उन यादों को यूं धोखे का खिताब न दो बार बार अपनी मोहब्बत का मुझे यूं हिसाब ना दो #Trouble #quotes