एक नारि प्रेम मे पुरुष के पैरों मे गिर जाती हैं! और क्रोधित हो तो पुरुष को पैरों मै गीरा देती है! कोन कहता है की नारी कमजोर होती है ! पद्मिनि जैसी नारि पति को अभय दान देती है ! दुश्मन छु ना पये बदन उसका, वो खुद के बदन को आग मै डाल् देती है ! वो खुद राख बन जाती है, ओर पापी के ईरादे को भी राख मे मिला देती है! एक नारी का स्वाभिमान खुद के जीवन से महंगा होता है , क्या किमत होती है स्वाभिमान कि ? वो खुद को राख कर संसार को बताती है! एक स्वाभिमानी नारी जब सती हो जाती , अंत में माँ के रुप मे "अमर" हो जाती है ! और पुरे संसार भर मे "माँ"के रुप मे पुजी जाती है! कोन केहता है कि नारी कमजोर होती है पद्मिनी जैसी नारी पती को अभय दान देती है! insta :- @rkcreationrk15 ©Karan chauhan स्वभीमानी नारी #Hindi#poetry #poet follow me on insta #rkcreationrk15 shayeristic sad girl❤👨🚀