मुझे ना तुम ऐसे ही अच्छी लगती हो! बाल थोड़े उलझे,थोड़े बिखरे हुए... कानबालियों से खिंचकर गर्दन पर गिरते हुए, आंखें उनींदी सी, बुझी बुझी हुई अलसाई हुई काजल मली पलकें कुछ झुकी सी, होंठ थोड़े गहरे रंग के बिन लाली के, जो चेहरे के तेज को जैसे किनारे की वजह देते हैं, कोई ठहराव सा। ले आते हैं जीवन में... हाय! ये हंसी... मोती से सफेद.. सौम्य मुस्कान, एक तो तुम्हारी ठोड़ी के नीचे और दूसरा होंठों के दाईं तरफ का तिल, क्या कहूं! गुलदाऊदी सी चहकती चमकती आंखों की पुतलियां फड़फड़ा कर... धड़कनें तेज कर देती हो! तुम सुनो ना, श्रृंगार ना किया करो... श्रृंगार तुम्हारे सौंदर्य को कम सा ना कर दें..! #मैंसांसलेताहूंतेरीखुशबूआतीहै #a_journey_of_thoughts #तुम्हारा_मन_मेरी_समझ Shree PC swayam hum 🤭