जो ज़माने से दिल में दबी सी तिल का ताड़ बन गयी मिलनें की उम्मीद नहीं इक मन की बात वहीं जिसकी वज़ह से तू नाराज़ हो गया यूँ कहीं गयी न मुझसे है जिसका तालुक तुझसे करतें थे, करतें हैं और करतें रहेंगें तुझसे ही मोहब्बत, यूँही तुम्हें इक बात कहनी थी... #एकबातकहनीथी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi