तेरा खत मिला डाकिया को मैने देवदूत मान लिया है देखकर उसे जान में जान आ गयी हैं तेरा खत पाकर हम खुद संभल गये हैं जैसे बुझती दिये की लौ वापस आ गयी है उलझे रहते थे तेरे गुमसुम खयालोंमे खत पाकर अब थोडासा मुस्कुराये है खत के हर शब्द में तेरी सूरत नजर आयी है इस तरह हमने अपनी जिंदगी सवांरी हैं तेरा खत मेरी जिंदगी का आईना बना हैं पाकर उसे तेरे संग जीना सिख गयी हुॅं ©Sheela Rangari #FREEDOMART