फ़क़ीराना अंदाज़ भी इश्क़ में बादशाहों सा हो जाता है, क़ल्ब सीनें में बहता हुआ दरिया सा हो जाता है। क़िताब-ए-इश्क़ अधूरी कहानी होकर भी पूरी लगती है, बहता है झरना आँखों का ज़हन पत्थर सा हो जाता है। #अधूरी_कहानी #new_challenge There is new challenge of poem/2 line/4 line in whatsapp group (link in bio) Today's Topic is *अधूरी कहानी*