कभी विहीन यूँ बैठा तो ख्याल बदल देती है अगर ढूँढु राहतें वस्ल में तो हाल बदल देती है कई दफा चाहे खफा हो मुझसे ज़फा,हरबार ये समां दखल देती है तू दिसम्बर की तरह है जो पूरा साल बदल देती है -@xnniku #xnniku#nojoto#shayari