पुरुष ऐसा हो सकता है किंतु जब वह भाई, पिता, पुत्र व पति के रिश्ते में रहकर सोचेगा तो वह ऐसा कदम उठाने से पूर्व अपनी बहिन, बेटी, पत्नी या माँ का चेहरा याद करके स्वयं को ही लानत भेज सकता है धिक्कार सकता है।लेकिन यह तब संभव है जब स्वयं पुरुष यह चाहे।वह अपने मन और मस्तिष्क को संस्कारित कर सके।अपने कुविचारों पर नियंत्रण कर सके।स्वयं के परिवार की भी सुरक्षा चाहे। ©अंजलि जैन #बलात्कारियों को मार डालो#०१.१०.२० #Stoprape