तेरी यादों के साथ तो कभी अकेला पीता हूँ दर्द को देके दर्द मैं ख़ुद रोता हूँ जाम खाली होता है मेरा,फिर तेरे नाम का जाम भी ख़ुद ही पीता हूँ तेरा अक्स दिखता है हर बूंद में सोचता हूँ फ़ना कर दूँ ख़ुद को ख़ुद में भु ला दूँ तु म को हमेशा के लिए गिलास के रूप में लिखने की कोशिश Harsh Snehanshu जी ने एक पोस्ट FB पर की थी गिलास की Shape में उसी से inspired My post #Kumaarsthought #गिलास #वाइन #wine #wineglass #shapepoem #अकेला #paidstory