गुम ना जाने कहीं हर्फ़ मेरे हो गये । तन्हाईयों में घूमा था शायद वहीं खो गये । निकले थे समझने को मतलब -ए -ज़िन्दगी , उसको समझते समझते उसी के हो गये । haquikat #khwaabo ka samundar aur main Sandeep Rajput Ravi Sagar NA Nikhil pooja yadav siyaaa🖤 Sandeep Pardesi