जब बंटता है स्त्री के अंतहीन सामर्थ्य का पर्चा तब क्यों कम लगने लगता है कुछ पुरुषों को खत्म अपना दर्जा। इस पर भी होनी चाहिए .. चर्चा। - अदिती कपीश अग्रवाल #yqdidi #yqbaba #bestyqhindiquotes #स्त्रियां #पुरुष #धैर्यवान #दर्जा..!!! (कभी कभी सोचती हुं की "कुछ पुरुषों" के वजह से "सारे पुरूष" को नजरंदाज कर देना या गलत लिखना बिल्कुल गलत है,जैसे सारी औरतें "देवी" नहीं होती वैसे ही सारे पुरूष ना होते "रावण"...!!) #YourQuoteAndMine Collaborating with Stuti