नुक्कड़ का ये ठेला देख कर। मन मेरा हर्षाता था। गोलगप्पे और टिक्की समोसे। खाने इन पर जाता था। होते थे सारे दोस्त इक्कठे। जो भी मेरे अलबेले है। ये नुक्कड़ के नहीं है। मेरी यादों के ये ठेले है। ताहिर।।। #ठेला#यादों के ठेले