रिश्तों को दबाना कहीं की कोई शान-ओ-शौक़त नहीं।। दब कर चलने की हर पल हर कदम होती जरूरत नहीं।। रिश्ता है बना या बनाया गया हो दोनों ही सूरत में, किसी को किसी के ज़ज्बात से खेलने की कभी इजाज़त नहीं।। समझ ही जरूरी है रिश्ता बनाने, निभाने, और जीने के लिए..! जो जुड़े वो इत्तला करे..! #kumaarsthought #कुमारकीसोच #रिश्ता #कुमारकेरिश्ते #kumaaronrelations