जब लगी दिल की तो हम भी ख़ाक छानने लगे पहले मानते थे न एक ख़ुदा को भी अब हम भी लाख मानने लगे मानते थे हम कभी इश्क़ को ज़िस्म की भूख मिटाने का जरिया बस जब देखा किसी को यूँ फ़ना होते मोहब्बत में हम भी पाक मानने लगे Shreya Shukla❣