पानी तुम नाराज़ हो हमसे सही है... गल्ती हमारी ही है.... उन्नति की चाह में हर जमीन पर महल बनाते फिरते है... हम... तुम्हें धरती में जाने का रास्ता नहीं देते हैं हम... कहते है समृद्धि की चोटियों को छुना है... पर एहसास नहीं करते... की तेरे होने से हमारा होना है..... मुझे पता है पानी तुम क्यूँ नाराज़ हो हमसे... फिर भी गुजारिश है माफ कर दो हमे तुम.... हर तरफ़ पानी पानी हुआ पड़ा है देश भर में। कहीं पानी हमसे नाराज़ तो नहीं! #पानीनाराज़है #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi