ये होंट कुछ कहना चाहते हैं पर आंखो में समंदर हैं मौला दिल अब सस्ते बिकते हैं मुझे बाज़ार की खबर हैं मौला सर से पांव तक ताड़ते ये बच्चियों को भी कैसी इनकी नज़र हैं मौला पत्थर को क्यों पूजू मैं जब तू मेरे अंदर हैं मौला तुझसे यहां कोई नहीं डरता अब तो सिर्फ इंसानों से डर हैं मौला पंछी आज़ाद इंसान कैद ये कुदरत का कहर हैं मौला लोगों ने तुझे ही बांट दिया अब तू बता तू किधर हैं मौला!! (Akshh) #Shayari #Shayar #Nazm #thoughts #ankahealfaaz #molaa #sachai