#आँख मूंदकर देख रहा है साथ #समय के खेल रहा है #महादेव महाएकाकी जिसके लिए जगत है #झांकी! वही #शुन्य है वही #इकाई जिसके भीतर बसा #शिवाय! ॐ नमः शिवाय् jai Mahakal