में चुप नहीं छुप रही हूं क्यूंकि मेरे जहरीली स्याही ने मुझे मना किया है। जीवन ढलने से पहले में तुम्हे बहत कुछ आहटें, ख्वाहिशें, गम के साथ बोला था, लेकिन तुमने इंतज़ार का अखबार पढ़ने की सजा दिया। कभी तुमको मनाने की कोशिश में में कब मनमानी कर बैठी पता नहीं चला, लेकिन ये बात, याद रखना बेईमान का बेमिसाल हुस्न कभी ना बोला करो। में चुप नहीं छुप रहा था कहीं तुम्हे और किसी ने ना चुराले। चुप हैं किसी बात पर... #चुपहैं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi