गुंजाइश है तुम्हारे आने की गुंजाइश में ही तो है अपनी कहानी यूं ही कहा मुकम्मल है तुम बिन जिंदगानी राब्ता रब से, इश्क तुमसे, गुमसुम सी मै, मेरा सजदा भी तुम्हारी हर कड़ी से, एक दफा देखा तुमको तो सब कुछ मुमकिन नजर आया तुम्हारी मुस्कान में, अब गुंजाइश नहीं, गुजारिश है मेरी तुमसे मुझ तक पहुंचने की... ©Rupal Rajput #dilkibaatein #humsafar #truefeelings #nojotowriting #minewords #loveqyotes #zindagikerang