अकेला चला तो सब को लगा भूल बन गया, पर सच ये की थाम कर हाथ खुद का उसूल बन गया, सब मुझे स्थिर समझते रहे और मै कभी पत्थर , कभी फूल , तो कभी धूल बन गया, शौक ,शोर और जोर से चला हूं हर बार ख़्वाब और स्वभाव साथ लेके, सब साथ लेके चलना ही मेरा वजूद -ए -मूल बन गया...! BY-VY "RaMa" #उसूल - सिद्धांत , वजूद - अस्तित्व , मूल - जड़ ,स्थिर - स्थायी ©VYRaMa #usool #dhool #bhool #mool #Stable #akela #pehchan #thought #New #walkingalone