हवाओ की बूंद लग रहि बैचेनी है रूखी सुखी सी बरफ में दिख रहा बहुत चैन है हर जगह से घूम के आ गया तूफान सदियों सी जमीं बर्फ कि अब समझा मुस्कान चैन ढूढ़ने से मिलता तो सूरज कि तलहटी युहि जलती नही जर्रे जर्रे को रोशन करती नही #selflove #ownpeace #nojotohaldwani #nojoto #peace