हम अभी महफूज है ये घर पर बताने के लिए, वो मौत से भागकर आए थे गांव जाने के लिए। वैसे तो बहुत खुशियां थी उनके पास मगर, वो शहर गए थे दो वक्त की रोटी खानें के लिए। गाड़ी नहीं थी उनके पास तो पैदल ही चल पड़े, लौट कर जा रहे थे नई दुनिया बसाने के लिए। खुद के पास घर नहीं था तभी तो शायद, वो गए थे वहां दूसरों के घर बनाने के लिए। ना सुख के लिए न किसी बड़ी आस को लेकर, वो तो गए थे बस चंद पैसे कमाने के लिए। वो खुद नहीं पढ पाएं शाय़द इसी चाहत में, वहीं रह गए अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए। #majdur #majdurdeath #auraiyacase #aurangabadcase #majdirshayari