इत्र सी खुशनुमा है वो, मैं चार दिन नहाता नहीं.. बेशर्म मिजाजी हूं मगर, एक जगह रुक पाता नहीं.. वो चंद्रमुख स्वेत - सी, मैं मौसमी बादल हूं जी.. उसकी सभी अपेक्षाओं पर, ठीक से बरस पता नहीं..। ©shivam chandra #तारीफें #lovedone #Love #Hope pls repost dearers 😊