यु तो अक्सर मैफिल की बातों में आ जाया करता हूं, क्या करूँ, मजबूर आदतन थोड़ा बेहक जाया करता हूं। बेहक...! यु तो #अक्सर #मैफिल की #बातों में आ जाया करता हूं, क्या करूँ, #मजबूर #आदतन थोड़ा #बेहक जाया करता हूं। #khnazim