जिसका भाग्य साथ देता है। नमस्ते लेखकों Pen n Popcorn के साथ कोलाब करे और जोड़े अपने शब्द हमारे शब्दों में । यह पंक्ति "प्रेमचंद " की रचना से ली गई है । हिंदी साहित्य में प्रेमचंद का कद काफी ऊंचा है और उनका लेखन कार्य एक ऐसी विरासत है, जिसके बिना हिंदी के विकास को अधूरा ही माना जाएगा। मुंशी प्रेमचंद एक संवेदनशील लेखक, सचेत नागरिक, कुशल वक्ता और बहुत ही सुलझे हुए व्यक्ति थे। हिंदी के उपन्यास सम्राट कहे जाने वाले मुंशी प्रेमचंद का जन्म 31 जुलाई 1880 को वाराणसी के लमही गांव में हुआ था।