वो सुबह से शाम फ़िर रात करती है वो नारी है कहाँ कभी आराम करती है मौन हो सुनती है शिकवा कहाँ करती है ऑफिस भी जाती घऱ भी संभालती है वो बिना थके रुके सब काम करती है उसके लिए छुट्टी का कोई दिन नहीं होता उसके बिना घऱ भी कोई घर नहीं होता जानते हैं सब पर उसे कोई नहीं कहता वो भी है ख़ास उसे ये कोई नहीं कहता खाना अच्छा बना तारीफ़ कोई नहीं करता पर हाँ नमक ज्यादा हो कहते कोई नहीं थकता वो सुबह से शाम फ़िर रात करती है वो नारी है गम कहाँ सरेआम करती है।। #औरत #औरत_एक_रूप_अनेक #yqdidi #yqhindi #life #yqlifequotes #yqdiary