मैं पंछी हूँ उन्मुक्त गगन की मुझे पंछी सा उङ जाने दे मैं हूँ सवेरा उम्मीदो का मुझे फुलो सा खिल जाने दे ना बाँध मुझे तू नदियो सा इऩ ऊँचे नीचे बाँधो में मैं हूँ जवार परिवर्तन का मुझे लहरो सा बह जाने दे #Givemesunsine #pleasevisitonyoutubechannel #ihopeyoulike@subscribe #😊😊😊😊😊