एक गम तेरे ऊपर भी है एक गम मेरे अन्दर भी है मैं आज डूब जाउंगा उसमे ऐसा गमों का समंदर भी है हार से जो जीत जाए इश्क़ मैं ऐसा कलंदर भी है मुझे खिदमत का एक मौका दे दो शोहरत और जिंदगी मुख्तसर भी है इरफ़ा" तेरे दीदार की ख्वाहिश है बहुत ये अश्क और आंखे मुंतज़िर भी है ©Irfan Saeed Writer post jaroor padhe #selflove #Shayari #Love #qautes #Shayari