एक नही दो चार नही कितनो ने जान गवाई है तब जाके माँ धरती ने अपनी आज़ादी पाई है सुभाष कहूँ,आज़ाद कहूँ,बिस्मिल,गांधी का क्या कहना बाँध कफ़न आज़ादी का उस भगत सिंह का क्या कहना इन बेटो ने माँ की खातिर जवानी दाव लगाई है तब जाके माँ धरती ने अपनी आजादी पाई है ©Jagrati Nagle #Independence2022