#फ़ौजी के लिए समर्पित 🕷️💐💐💐💐💐💐🦠 बन्द करो ये खेल मौत का मानवता को भी जीने दो ! बेटे की मौत पे घाव बड़ा ही दिया है मां के सीने को! बेटे की अर्थी को छूकर फूट फूट कर रोई है वो! मत सूना करो कोख को उसकी मां बाप को भी तो जीने दो! गोली ना पूंछे मजहब जाति वो सीना चीर के जाती है! सिसक रही हैं आंखें मेरी ना आंसू को ये पीने दो! बलिदान कब तक मांगोगे इतना तो दो बोलो कोई ! क्या आज नेता जी का मुंह नहीं है या जनता का मुंह सीने दो! भड़क रही ज्वाला भीतर जो उसको कैसे शांत करूं! कितना रोया होगा घर वो जिसने खो दिया अपने नगीने को !!! #फौजी_के_लिए_समर्पित #श्रद्धांजलि #भावपूर्ण #नमन