मुझे नहीं पता कि सही हूं या नही हूं पर नहीं दिया है तुम्हें रूठने का हक माना जब मेरा मन होता है तब ही मै बात करता हूं तुम्हारी। चाहें जहां चाहें ले जाता हूं कहानी हमारी।। क्योंकि तुमने भी तो एक भी मौका ना दिया ये हक पाने का।।। #Truth