क,ख,ग में बचपन बीता, बचपन से इनको हैं सीखा, पर ना ज़िन्दगी का ज्ञ से ज्ञान, लोगो से है हम अनजान, हम सभी को अपना बनाते, और वो हमको मूर्ख बनाते, फिर समझ में आया ये ज्ञान, क से करीब वाले, ख से खुशियो को, ग से गम में बदल देते हैं यार। ©RDSharma #HindiDiwas2020 #zindagi_se_baatein #nojoto #batokibat #nojotoquote #Poet #Poetry –Varsha Shukla अं_से_अंशुमान