प्रिय अलमारी, मुझे तुम्हें ख़त लिखते हुए नाना नाना प्रकार के ख्याल आ रहे हैं कि तुम क्या पसंद करती हो, तुझे क्या रखना अच्छा लगता है, तुम्हें किस रंग की महक पसंद है, तुम किस धातु की ज्यादा पसंद हो ख़ुद को, घर के किस कोने में तुम ज्यादा आनंद पाती हो..और भी बहुत है उसे अगले ख़त में लिखूँगा..! तुम तो जानती हो मैं जब तक भाव को आसान शब्दों में पिरो ना लूँ, सुखद अनुभूति नहीं मिलती तो ये दो मिसरे मेरी प्यारी अलमारी के लिए, लकड़ी की हो, या हो फिर लोहे की अलमारी, खुशबु हो दौलत की, या राज़ की हो अलमारी! अपना ख्याल रखना..! तुम्हारा शुभ चिंतक जय #kumaarsthought #yqletter #yqlewrimo #Kumaarletter #kumaarjuneletter #अलमारी #यादें #दौलत YourQuote Postman