इस कदर उलझे जिममेदारियों में की अपनी ज़िन्दगी जीना ही भूल गए। अब तो यही चाहत है कि हमे कोई बेमतबल ही याद करे कोई बेमतबल की ही मोहब्बत करे। #NojotoQuote #zindgi_ka_bojh