माफ़ी आज लौटकर आया दुबारा तेरे शहर मे एक बार फिर से मिलने का मौका दे दे!! जो ना कह सका तुझसे जब आज वो बात कहने का तुझसे मौका दे दे!! दर्द जो दिया था मैने तुझको उसको आज कम करने का मुझे मौका दे दे!! हलात क्या थे मेरे जब आज उन हालातो कि सफाई देने का मौका दे दे!! भर दूंगा हर ज़ख्म तेरे एक बार बस मुझे तेरे दर्द अपनाने का मौका दे दे!! © Deepak Sharma #माफ़ी