उस दिन बगीचे में गए थे तभी तो गुलाब से सीख पाए थे सब्र कली बोली कि तू मत रह ऐसी जकड़ी हुई तू तो बस खिली हुई ही अच्छी लगती हैं कांटों को भी देखा था इसलिए पता था कठिनाइयों को पार करके ही निखरेंगे डालियों को देखकर लगा कि चाहे सफ़र कितना भी लंबा हो पर अंत में गुलाब जरूर खिलेंगे माली ने एक पौधा उखाड़ कर रख दिया था तब जड़ों पर नजरें टिकी तो समझ में आया कि कितनी जरूरी हैं मजबूत नींव फिर मिट्टी की ओर नज़र घूमी तो लगा कि एक ही चीज़ बार- बार कर ना तो निरर्थक है क्योंकि फिर गमले कि तरह नई चीजों को उगने का स्थल कहां मिलेगा? #bagicha #gulabkikhushboo #kantein #gamle #mitti_ki_kushboo #kali #branches #natureisteacher