पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं ऐसे में इन दिनों राजनीतिक मुकदमों की अदालत में बाढ़ आ गई है पिछले दिनों जब देश के दिग्गज वकील अदालत एक के बाद एक मामले की जल्द सुनवाई का आग्रह करते हुए बोलने कि मामला राजनीति से प्रेरित है तो जल्दी सुना लिया जाए तब कोर्ट की सहमति बनी थी कि वह इलेक्शन फीवर है और इलेक्शन वायरस असल में यह इलेक्शन वायरस को ही असर है चुनावी मैदान में से लेकर अदालत मोर्चे पर तक हर कोई अपनी बात मनवाने में लगा है जाहिर तौर पर अदालत की लिए इलेक्शन वायरस से जुड़ी याचिकाओं का निपटारा उतनी तेजी से आसान नहीं है और दवा इससे बात का बनाया जाता है ©Ek villain #चुनावी जुखाम #Thoughts