सूरज चिढ़ रहा है । प्रदूषण बढ़ रहा है। ग्रीष्म में धूप का कहर देखो कण-कण जल रही है। जल संग्राहक सूख गये सूखा व अकाल पड़ रहा है। ओजोन परत छलनी हुई प्रकृति का तन जल रहा है। हवायें आग है ध्वनि शूल है और प्रदूषण बेखौफ पल रहा। पारुल शर्मा #सूरज#चिढ़#प्रदूषण#बढ़ना#ग्रीष्म#धूप#कहर#कण#जल #संग्राहक#सूख#सूखा#अकाल#ओजोन#परत#छलनी#प्रकृति#तन#हवा#आग#ध्वनि#शूल #बेखौफ#पलना #2liner #nojotohindi#nojoto#nojotoquotes#nojotoofficial#hindi#shayari#hindipoetry#poetry#sher#हिन्दीकविता#शेर#शायरी#कविता#रचना#h#kavishala#hindipoet#TST#Kalakash#Faiziqbalsay#motivation#kavi#kavishala#kavi