कलम से दोस्ती, रोशनाई से यारी है, इंसानी रिश्तों पर भी रहती भारी है, कैसे फेंक दूँ मैं इसे टूट जाने के बाद, पन्नों पर ही तो, ज़िन्दगी गुजारी है! #kumaarsthought #kumaaronzindagi #kumaaronpen #kumaar2020 #kumaar2020_22_366 #यारी #भारी #गुजारी