रात अंधेरी तारे झिल्मिल,यादें वही पुरानी है, कुछ बदले से तारे चमके, पर ख्वाहीशें वही पुरनी है आखों में भी खुशियां दिखती ,होठों पे भी मुस्कान है। टिम टिम करती आंखें उनकी ,इनमें छूपा कोई राज़ है। इन तारो कि पनाह में छुपी इक प्यारी सी वो चाँद है, जिस्की खतिर ढलता सुरज ,दस्तक देती हर शाम है। चेहरे पे प्यारा तील जिस्के,सासों का नम अंदाज है, जिस्म की हर इक रुह में बसी वो, धड़कान भी उस्के नाम है। प्यार में उनके जख्म मिला ऐसा, जिस्का ना हमे एह्सास है। सोच ना सके थे जुल्म है मोहब्बत, इसका तो यही अंजाम है लाजमी था इस दिल का टुटना,क्योकि मोहब्बत ही बेवफाई का दूसरा नाम है। खत्म हुए अब रिश्तें सारे,खत्म हुए सब दास्तां है, रात ढ़ली अब सूरज चमके,यही तो कुदरत कि पहचान हैं। #raconteur of my life #loverslife #yqlovers #yqtales #yqbaba #yqdada #yqhindiwriters