चाय का स्वाद, कभी-कभी लगता है जैसे प्रेम करने को जटिल बना दिया गया है जबकि इसे सरल होना चाहिए था! जिसने भी प्रेम में कहा कि ""मैं तुम्हारे लिए चांद तारे तोड़ लाऊंगा"" उसे कहना चाहिए था- ""मैं तुम्हारे लिए चाय बनाऊगा"" #मेरी_कलम #मेरी_जिन्दगी .....S.N.Joshi @kd #hamariadhurikahani