पान और पटाखा है जिन्दगी! पीक और धड़ाम है बन्दगी!! कुछ भी बोलो बताशे नसीब नहीं! इसीलिए बेहताशा ये जिन्दगी!! कहाँ से कर लूँ खुद को बुलंद! नूरे -आलम से कोशों दूर है ज़िन्दगी!! रेगिस्तान की रेत है ज़िन्दगी! पान और पटाखा है ज़िन्दगी!! #yq #paan_our_patakha