अब दुनियाँ नज़र नहीं आती हमें तो हमारा क्या क़ुसूर, क़ुसूर तो इन आँखों का है जिन्होंने "हुश्न" आपका देख लिया राone@उल्फ़त-ए-ज़िन्दग़ी #हुश्न