बाबा का दरबार भोले बंधु का कतार बोल बम का घोष एकांत का सृजन है सौम्य रूप परमात्मा कण-कण में योग रूद्र रूप परमात्मा योगी रूप बोध उस एकांत का सृजन है जो स्वंयम्भू है आरण्य से सनातन अब भोला है चेतना अंतर्यामी है संहारक है स्पष्ट एकांत और सत्य का स्रोत है।। 🙏 'भोलेनाथ दया ' अनायास यही प्रार्थना मुँह से निकलता है।। #yqdidi #हिंदीqoutes #स्वयंभू #एकान्त #आत्मबोध #spirituality #विष्णुप्रिया #YourQuoteAndMine Collaborating with विष्णुप्रिया यादव