खुश हूँ क्यूंकि, इच्छाओं का परित्याग कर चुकी है मेरी रूह, जो मिला उसको खुशी से अपना चुकी हूँ मैं। #पुलकी #नोजोटो_हिन्दी बेबाक अल्फ़ाज़ Akshita Jangid(poetess)