होश मे जब मै आऊंगा जला दूँगा इश्क की सारी किताबों को!!! ये बेकरार दिल जब शांत हो जायेगा तो मै एक कविता लिखूंगा, लिखूंगा पुरानी यादों को, कुछ अनकहीं फरियादो को, वो उसका रूठना फिर मान जाना, और उसकी बेरूखी सी बातों को ।