कितना सुकून से जी रहे हो आज जो विपदा बिहार पर आयी है वह कल किसी पर भी आ सकती हैं। हां शायद आप कुछ खुश किस्मत में हो जिसके यहां कभी बाढ़ जैसे विपदा नहीं आने वाली खैर, रोने का काम तो बिहार वालों ने भी बंद कर दिये है तुम्हें क्यों तकलीफ हो। बिहार बेहाल