ओये स्त्री, सुनो राहों में बहुत से गिद्ध नज़रे गड़ाए बैठे होंगे बहुत से कांटे बिछाये होंगे बस तुम रुकना नही डरना नहीं। अपनी इस मुस्कान को खोना नही। तुम इस जग की भवानी हो, उषा हो, जगदम्बा हो। तुम रड़भूमि की महाकाली हो। न ही अबला हो, न ही बेचारी हो। ©Anjali Verma #womanequality #स्त्री #स्त्रीअस्तित्व #Nojoto #No_1trending #No_caption