अजीब मुंजवन मा छु क्या जाऊ? रोकाई जाऊ के आगळ वधी जाऊ? कोई आवे थोड़ी वार समजावे मने, तो बने एम के हु सुधरी जाऊ समेटी रह्यो हु पोताने जरा - जरा, लागे छे तारा मा ज विखेराइ जाऊ जीवन ना सफर मा जो साथ होय तारो, त्या ज मंजिल हशे ज्या हु जाऊ ©Subhash Chouhan (Subh2026) #Nojoto #nojotohindi #shayri #subh2026 Written by me nd translated in gujrati by @Nidhi #Nanhikalam #Dosti